Yoga Tips: अक्सर लगभग पूरा दिन घर में रहने वाली महिलाएं या बच्चे टाइम पास करने के लिए टीवी या फोन का इस्तेमाल करते हैं. गर्मी का मौसम हो तो तापमान बढ़ने की वजह से भी लोग घर से बाहर नहीं निकलते हैं। लगभग पूरा दिन टीवी देखने या मोबाइल का इस्तेमाल करने के कारण उन्हें कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। मसलन, स्क्रीन टाइम बढ़ने से आंखों पर असर पड़ सकता है। मस्तिष्क पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही बैठने पर शरीर में दर्द होने लगता है। बढ़ता मोटापा भी इसका एक कारण हो सकता है। बच्चे हों या बड़े, सभी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में सबसे पहले आपको स्क्रीन टाइम कम करने की जरूरत है।
Yoga Tips साथ ही फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं ताकि टीवी, लैपटॉप या मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल आपके दिमाग, आंखों और शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को कम कर सके और आपको कई तरह की बीमारियों की चपेट में आने से बचा सके। इसके लिए विशेषज्ञ योग करने की सलाह देते हैं। अगर आपके लिए मोबाइल, लैपटॉप या टीवी के सामने बैठना जरूरी है, तो बैठे-बैठे ही कुछ योग करें ताकि सेहत पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को कम किया जा सके।
Yoga Tips: आइए जानते हैं कि अगर आप बैठकर टीवी, लैपटॉप या मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं तो कौन से योगासन फायदेमंद हो सकते हैं।
वीरभद्रासन चेयर पोज
अगर आप सोफे या कुर्सी पर बैठकर टीवी देख रहे हैं तो वीरभद्रासन योग का अभ्यास बैठकर कर सकते हैं। इस योग को चेयर पोज कहते हैं। इसे करने के लिए कुर्सी पर दाहिनी जांघ रखकर बाएं पैर को खींचकर पीछे ले जाएं। अब बाएं पैर के तलवे को कुर्सी के बराबर रखते हुए जमीन पर टिका दें और छाती को आगे की ओर झुकाएं। सांस भरते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाते हुए आपस में जोड़ लें। कुछ सेकेंड इसी स्थिति में रहने के बाद सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
गरुड़ासन
इस आसन को करने के लिए किसी सोफे या कुर्सी पर बैठकर दाएं जांघ को बाएं पैर के ऊपर से क्रॉस करें। अब बाएं हाथ को दाएं हाथ के ऊपर से लपेट लें। दोनों कोहनियों को ऊपर उठाएं और कंधों को कानों से दूर रखें और इसी स्थिति में चार से पांच बार सांस लें।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए करें अनुलोम विलोम
अनुलोम विलोम प्राणायाम आप सोफे पर बैठकर भी कर सकते हैं। इससे आंखों की रोशनी में सुधार होता है। स्क्रीन टाइम बढ़ने से आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए अनुलोम विलोम को रोजाना अभ्यास में शामिल करें। इस प्राणायाम से अन्य रोगों और शारीरिक समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है।