दिल्ली में आयोजित होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के लिए तैनात होंगी बसें
नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता | राजधानी दिल्ली में आयोजित होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले 19 देशों के प्रतिनिधियों के लिए सरकार इलेक्ट्रिक बस चलाएगी। बेहतर परिचालन और सेवा के लिए आईटीएस (इंटेलीजेंस ट्रैफिक सिस्टम) का प्रयोग किया जाएगा। आईटीएस से बसों के सही समय सारिणी व क्यू शेल्टर पर पहुंचने का संभावित समय पहले से पता होगा। इसके लिए दिल्ली के बस क्यू शेल्टर पर डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड भी लगाया जाएगा। इसके अलावा सार्वजनिक
ऐतिहासिक इमारतों को बस नेटवर्क से जोड़ेंगे
परिवहन माध्यम जैसे टैक्सी, शेयरिंग साइकिल को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
19 देशों के लोग आएंगे : दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दिल्ली में
दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों को बस नेटवर्क से जोड़ा जाएगा, जिससे वहां से आने जाने में किसी को परेशानी न हो। इसके लिए इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। सरकार दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में खास जगह रखने वाली टैक्सी की भी ब्रांडिंग करेंगी।
बस, मेट्रो का एक मजबूत नेटवर्क है। लेकिन शिखर सम्मेलन में जिन 19 देशों के लोग आ रहे हैं उनके लिए साइकलिंग, पैदल चलना व बसों का प्रयोग करना एक आम
नए साइकिल स्टैंड खुलेंगे
शिखर सम्मेलन को देखते हुए विदेशी प्रतिनिधियों के लिए बस, मेट्रो के अलावा नए साइकिल स्टैंड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा फुटपाथ, साइकिल ट्रैक की मरम्मत करने के साथ उसे अतिक्रमण मुक्त बनाने की दिशा में काम किया जाएगा।
चलन है। दिल्ली को भी हम उसके हिसाब से तैयार कर रहे हैं। सभी बस क्यू शेल्टर को अपग्रेड किया जा रहा है। यह सभी काम मई 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ।