Sat. Sep 30th, 2023

Category: लाइफस्टाइल

Strong Body और Sharp Mind के लिए खाएं संतरा, नहीं होगी Vitamin D की कमी

Eat Orange For Vitamin D: अच्छी सेहत के लिए मजबूत शरीर और तेज दिमाग दोनों ही जरूरी है, और इसके लिए शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी होना चाहिए.…

सब्जी और दाल ज्यादा नमक पड़ने से हो गया टेस्ट खराब? घबराने के बजाए अपनाएं ये ट्रिक्स

सब्जी और दाल ज्यादा नमक पड़ने से हो गया टेस्ट खराब? घबराने के बजाए अपनाएं ये ट्रिक्स

खाना पकाना डेली का प्रोसेस है, लेकिन ये काम हर किसी के लिए आसान नहीं होता. रोजाना की भागदौड़ और जल्दबाजी में कई ऐसी गलतियां हो जाती है जो भारी…

अब पानी के जरिये तबाही मचाएगा CORONA, WHO की ये रिपोर्ट चौंका देगी?

अब पानी के जरिये तबाही मचाएगा CORONA, WHO की ये रिपोर्ट चौंका देगी?

कोरोना महामारी की शुरुआत के दौरान ही एक्सपर्ट्स ने बता दिया था कि ये कभी नहीं खत्म होने वाली बीमारी है. कोरोना वायरस हमेशा अपना रूप बदलता रहेगा. एक्सपर्ट्स ने…

क्या ज्यादा अंडे खाने से बढ़ जाता है डायबिटीज का खतरा?

क्या ज्यादा अंडे खाने से बढ़ जाता है डायबिटीज का खतरा?

अंडा एक ऐसी चीज है, ​जिसे ज्यादातर लोग ब्रेकफास्ट में खाना पसंद करते हैं, लेकिन एक नई स्टडी के मुताबिक, ज्यादा अंडे खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है.…

किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो इस तेल से बनाएं खाना, दूर रहेंगी बीमारियां

किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो इस तेल से बनाएं खाना, दूर रहेंगी बीमारियां

स्वस्थ शरीर के लिए लोग पौष्टिक आहार का सेवन करते हैं. इसके साथ ही नियमित एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद भी जरूरी है. हमारे शरीर में कुछ अंग ऐसे हैं, जिन्हें…

सिर दर्द में दवा नहीं इन फूड्स के सेवन से तुरंत मिलेगा आराम

सिर दर्द में दवा नहीं इन फूड्स के सेवन से तुरंत मिलेगा आराम

Headache Relieving Foods: सिर दर्द की समस्या बेहद आम है. ऐसे में लोग दर्द से राहत पाने के लिए दवा यानी पेनकिलर खाते हैं. लेकिन आप दवा की जगह कुछ…

Yellow Foods खाने से नहीं आएगा हार्ट अटैक, जानें दिल के लिए क्यों है फायदेमंद?

Yellow Foods खाने से नहीं आएगा हार्ट अटैक, जानें दिल के लिए क्यों है फायदेमंद?

दिल हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है, ये जिंदगी की शुरुआत से लेकर आखिरी सांस तक धड़कता रहता है. अगर इसका ख्याल न रखा गया तो हार्ट अटैक…

Heart Attack से बचना है तो खाना न भूलें ये हरी पत्ती, पाचन भी रहेगा दुरुस्त

Heart Attack से बचना है तो खाना न भूलें ये हरी पत्ती, पाचन भी रहेगा दुरुस्त

हम अक्सर ऑयली और जंक फूड्स खाकर अपनी जीभ को खुश कर देते हैं, लेकिन कहीं न कहीं दिल को जरूर नुकसान पहुंचा रहे होते हैं. तेल युक्त भोजन खाने…

Diabetes के मरीजों को Chia Seeds खाना चाहिए या नहीं?

Diabetes के मरीजों को Chia Seeds खाना चाहिए या नहीं?

डायबिटीज एक जटिल बीमारी है जिसका कहर भारत ही नहीं पूरी दुनिया में देखने को मिलता है. ये डिजीज किसी को एक बार हो जाए तो जिंदगीभर इसी के साथ…

राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक नए अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 38 फीसदी लोग गैर-अल्कोहलिक वसायुक्त यकृत (फैटी लीवर) की बीमारी से पीड़ित हैं. यानी यह बीमारी उन लोगों को होती है जो मदिरा का उपयोग नहीं करते या न के बराबर करते हैं. यह बीमारी केवल वयस्कों तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे करीब 35 फीसदी बच्चे भी प्रभावित हैं. इस रिपोर्ट में भारत में गैर-अल्कोहलिक ‘फैटी लीवर’ रोग पर प्रकाशित विभिन्न रिपोर्ट का विश्लेषण किया गया है. यह अध्ययन रिपोर्ट जून, 2022 में ‘जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल हेपेटोलॉजी’ में प्रकाशित हुई. गैर-अल्कोहलिक वसायुक्त यकृत रोग (एनएएफएलडी) अकसर पकड़ में नहीं आता क्योंकि शुरुआती चरण में इसके लक्षण नहीं दिखते, लेकिन कुछ मरीजों में यह यकृत के गंभीर रोग के रूप में दिख सकता है. उदर रोग विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. अनूप सराया ने कहा, ‘‘वसायुक्त यकृत या ‘स्टीटोहेपेटाइटिस’ का कारण हमारे आहार का हालिया पश्चिमीकरण है जिसमें फास्ट फूड का बढ़ता सेवन, स्वास्थ्यवर्धक फलों और सब्जियों का कम सेवन और एक अस्वास्थ्यकर तथा गतिहीन जीवन शैली शामिल है.’’ उन्होंने कहा कि ‘फैटी लीवर’ के उपचार के लिए वर्तमान में कोई अनुमोदित दवा नहीं है, लेकिन बीमारी को ठीक किया जा सकता है. सराया ने कहा, ‘‘इस बीमारी को हराने का केवल एक तरीका है कि हम स्वास्थ्यवर्धक जीवन शैली अपनाएं और मोटापे से पीड़ित लोगों को पर्याप्त आहार मुहैया कराते हुए उनका वजन घटाएं.’’ विशेषज्ञों ने कहा कि भारत में वसायुक्त यकृत का एक आम कारण मदिरा का सेवन है. डॉ. सराया ने कहा, ‘‘यकृत की गंभीर क्षति के अधिकतर मामले शराब के कारण होते हैं. 'एक्यूट क्रॉनिक लीवर फेल्योर' के ऐसे मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया जाता है, तो इनमें मृत्यु दर अधिक होती है.’’ उन्होंने कहा कि जो चीज इस मामले को बदतर बनाती है, वह है इस बीमारी से ठीक हुए रोगियों के दोबारा इस बीमारी से पीड़ित होने की उच्च दर. उन्होंने कहा कि अल्कोहलिक हेपेटाइटिस के इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा उपलब्ध नहीं है. सराया ने कहा कि इस घातक बीमारी से बचने का एकमात्र तरीका शराब के सेवन से बचना है क्योंकि कोई भी शराब यकृत के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि तपेदिक के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं, एंटीबॉयोटिक, एंटीपाइलेप्टिक दवाओं और कीमोथेरेपी से भी यकृत को नुकसान पहुंचता है. तपेदिक रोधी दवा से संबंधित ‘तीव्र यकृत विफलता’ वाले रोगियों में 67 प्रतिशत की मौत हो जाती है.

शराब को हाथ तक नहीं लगाया फिर भी 38% भारतीय इस बीमारी के शिकार, चौंका देगी AIIMS की रिपोर्ट

राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक नए अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 38 फीसदी लोग गैर-अल्कोहलिक वसायुक्त यकृत (फैटी लीवर) की बीमारी से…