वैज्ञानिकों ने स्पर्म व्हेल मछलियों की भाषा के अक्षरों को समझने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. अगर यह कोशिश आगे बढ़ती है तो वे उनकी भाषा के शब्द सीख सकते हैं
विज्ञानसंयुक्त राज्य अमेरिका
स्पर्म व्हेल मछलियों की एबीसीडी सीख रहे हैं वैज्ञानिक
18 घंटे पहले18 घंटे पहले
वैज्ञानिकों ने स्पर्म व्हेल मछलियों की भाषा के अक्षरों को समझने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. अगर यह कोशिश आगे बढ़ती है तो वे उनकी भाषा के शब्द सीख सकते हैं.
व्हेल मछलियां बात करती हैं. वैज्ञानिकों को इस बात के सबूत पहले भी मिले हैं कि उनके बीच बाकायदा संवाद होता है, जिसकी अपनी एक भाषा है. अब वैज्ञानिक उस भाषा का ककहरा सीखने की कोशिश कर रहे हैं. स्पर्म व्हेल मछलियों की भाषा का “क” “ख” “ग” सीखने में उन्हें सफलता भी मिली है.
दांतों वाली प्रजातियों में सबसे बड़ी स्पर्म व्हेल मछलियों के बीच संवाद के लिए कट-कट-कट की आवाजों का इस्तेमाल होता है. इस आवाज को कोडाज कहा जाता है और यह मोर्स कुंजी जैसी आवाज होती है.
वैज्ञानिकों ने कई साल तक पूर्वी कैरिबिया के समुद्र में रहने वालीं स्पर्म मछलियों के संवाद को रिकॉर्ड किया है. इस विस्तृत डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि उनके बीच बातचीत की व्यवस्था बहुत परिष्कृत होती है.
इंसानी भाषा से समानता
शोधकर्ताओं ने उनके संवाद में वर्णों की भी पहचान की है और उन्होंने पाया कि उनके संवाद में अन्य जानवरों और यहां तक कि इंसानी भाषाओं से भी समानताएं हैं.
अन्य समुद्री जीवों की तरह ही स्पर्म व्हेल भी बहुत सामाजिक प्राणी हैं. इसलिए एक दूसरे से संवाद उनके जीवन का अहम हिस्सा है. नया शोध उनके संवाद के बारे में इंसानी समझ को एक नया विस्तार देता है.
मसैचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पीएचडी कर रहीं प्रत्यूषा शर्मा इस शोध की प्रमुख हैं, जो प्रतिष्ठित पत्रिका ‘नेचर कम्यूनिकेशंस’ में प्रकाशित हुआ है. वह बताती हैं, “शोध दिखाता है कि व्हेल मछलियों की आवाजों में जितना कहा जाता है, उसका अंदाजा पहले नहीं था. हमें अभी यह नहीं पता कि वे क्या कह रही हैं. हम उनके व्यवहार के लिहाज से उनकी आवाजों का अध्ययन कर रहे हैं ताकि समझा जा सके कि वे किस बारे में बात कर रही हैं.” sabhar dw.de
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